दिल के अंतस से उपजी एक कविता..... दिल के अंतस से उपजी एक कविता.....
संग कैसे द्वय को तुष्ट करें संग कैसे द्वय को तुष्ट करें
कभी शक्ति रूप में रक्तबीज कोरोना का संहार करो। कभी शक्ति रूप में रक्तबीज कोरोना का संहार करो।
दिल दिमाग की कशमकश में कुछ समझ नहीं अब आता है... दिल दिमाग की कशमकश में कुछ समझ नहीं अब आता है...
शुद्ध हवा का अभाव कर रहा कम हम सबकी आयु को शुद्ध हवा का अभाव कर रहा कम हम सबकी आयु को
धैर्य से काट इसका हर पल, क्यूंकि अधीर हुए कुछ लगे ना हाथ। धैर्य से काट इसका हर पल, क्यूंकि अधीर हुए कुछ लगे ना हाथ।